“लैब टू लैंड” थीम पर आयोजित प्रदेश में पहली बार राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र, सिवनी के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ. के.पी.एस. सैनी को सर्वोत्तम शोध पत्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह कार्यशाला 13 से 15 अक्टूबर तक पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, महू (इंदौर) में आयोजित की गई, जिसका आयोजन नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं सोसाइटी फॉर वेटेरिनरी एंड एनिमल हसबेंडरी एक्सटेंशन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
डॉ. सैनी को यह पुरस्कार “प्रौद्योगिकी मूल्यांकन और परिशोधन” विषय पर उत्कृष्ट शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए प्रदान किया गया। उनके शोध कार्य का उद्देश्य पशुपालकों तक नई तकनीकों का प्रभावी हस्तांतरण सुनिश्चित करना और उन्हें पशुपालन क्षेत्र में अधिक लाभ प्राप्त करने हेतु सक्षम बनाना है। महू में आयोजित इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से लगभग 200 वैज्ञानिकों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पशुपालन के क्षेत्र में विकसित नवीन तकनीकों को किसानों तक पहुँचाकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना था।
इस उपलब्धि पर कृषि विज्ञान केन्द्र, सिवनी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. शेखर सिंह बघेल सहित डॉ. के.के. देशमुख, डॉ. निखिल कुमार सिंह, डॉ. राजेन्द्र ठाकुर, इंजीनियर कुमार सोनी, डॉ. जी.के. राणा एवं केन्द्र के समस्त कर्मचारियों ने डॉ. सैनी को शुभकामनाएँ दीं।
