प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अपने जन्मदिन के अवसर पर मध्य प्रदेश के धार जिले के भैंसोला गांव में देश के पहले पीएम मित्र पार्क का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने सिंगल क्लिक के माध्यम से स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एवं पोषण अभियान का शुभारंभ और सुमन सखी चैटबाट का लोकार्पण किया।
उन्होंने भारत माता की जय और नर्मदा मैया की जय के नारे के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि मैं ज्ञान की देवी, धार भोजशाला की देवी के चरणों में प्रणाम करता हूं। आज विश्वकर्मा जयंती है, उनके चरणों में भी नमन करता हूं। धार की धरती हमेशा से पराक्रम और प्रेरणा की धरती रही है। महाराजा भोज का शौर्य हमें राष्ट्र गौरव की रक्षा के लिए डटे रहने की सीख देता है। महर्षि दधिचि हमें मानव सेवा की प्रेरणा देते हैं।
इस दौरान उन्होंने नागरिकों को स्वदेशी अपनाने का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप जो भी खरीदें, वह देश में ही बना होना चाहिए। उसमें पसीना किसी देशवासी का होना चाहिए। आप भी देश के लिए मेरी मदद कीजिए। महात्मा गांधी ने स्वदेशी को आजादी का आंदोलन बनाया था। हमें इसे विकसित भारत के लिए जरूरी बनाना है। हम दिवाली की मूर्तियां, सजावट का सामान, टीवी-फ्रिज खरीदते समय देखें कि ये देश में बना है कि नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मां भारती की आन-बान-शान से बड़ा कुछ नहीं। हमारा हर पल देश के लिए समर्पित हो। देश पर मर-मिटने की सौगंध लेकर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने सबकुछ देश के लिए समर्पित कर दिया था। वे चाहते थे कि देश गुलामी की जंजीरों को तोड़कर आगे बढ़े। आज इसी प्रेरणा से भारत के 140 करोड़ लोगों ने विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। विकसित भारत की इस यात्रा के चार स्तंभ है। नारी शक्ति, गरीब, युवा और किसान। यहां से स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एक महाअभियान का आरंभ हो रहा है। देशभर में अलग-अलग चरणों में आदिसेवा पर्व की गूंज पहले से सुनाई दे रही है। आज से इसका मध्य प्रदेश संस्करण शुरू हो रहा है। यह अभियान धार समेत मध्य प्रदेश के जनजातीय समाज से जोड़ने का सेतु बनेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्वकर्मा जयंती पर मैं आपसे कुछ मांगने आया हूं। मैं आपसे यही मांगता हूं कि संकोच किए बिना इन कैंप में जाकर जांच जरूर कराएं। एक बेटे के नाते, एक भाई के नाते मैं आपसे इतना तो मांग सकता हूं न। उन्होंने कहा कि महिलाएं-बहनें हमेशा घर की चिंता में लगी रहती हैं। थोड़ा समय अपने लिए भी निकालिए। इन कैंपों में जाइए। लाखों कैंप लगने वाले हैं। अपने क्षेत्र की बाकी महिलाओं को भी ये जरूरी जानकारी जरूर पहुंचाइए। कहिएगा कि आपका बेटा, भाई धार आया था। हमें संकल्प लेना है कि कोई मां छूट न जाए। कोई बेटी पीछे न रह जाए। माताओं-बहनों-बेटियों का स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। आज से हम 8वें राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत कर रहे हैं।
