सरकारी कर्मचारी नौकरी लगने के बाद अब अपनी वेतनवृद्धि-पदोन्नति को लेकर आश्वस्त न हो। अब वेतनवृद्धि-पदोन्नति इस पर निर्भर करेगी कि वे डिजिटली कितना बेहतर है। ऑनलाइन व आधुनिक तरीकों को अपनाने के लिए कितना तैयार है। इसके लिए 2500 से अधिक कर्मचारियों को केंद्रीय डिजिटली लर्निग प्लेटफार्म आईगोट पर 15 सितंबर से 19 सितंबर तक पंजीयन कराना होगा। यहां कोर्स का चयन होगा।
क्या होता आईगोट डिजिटल लर्निग प्लेटफार्म?
आइगोट एक ऑनलाइन लर्निग प्लेटफार्म है जो सरकारी कर्मचारियों के लिए एक डिजिटल इकोसिस्टम के रूप में काम करता हैा यह कर्मचारियों को उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के अनुसार प्रशिक्षण प्रदान करता है। यह प्लेटफार्म विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम, वेबिनार और अन्य शैक्षिक सामग्री प्रदान करता है।
कौन-कौन से पाठ्यक्रम उपलब्ध है?
यह प्लेटफार्म 1600 से अधिक पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिनमें तकनीकी कौशल (जैसे डेटा एनालिटिक्स, साइबर सुरक्षा), प्रबंधन कौशल(जैसे नेतृत्व, परियोजना प्रबंधन) और सॉफ्ट स्किल्स(जैसे संचार, तनाव प्रबंधन) आदि शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म 16 भारतीय भाषाओं में पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिससे पूरे देश के कर्मचारी इसका उपयोग कर सकते हैं।
कैसे काम करता है आईगोट?
यह प्लेटफार्म प्रत्येक कर्मचारी की व्यक्तिगत आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की सिफारिश करता है। यह पारंपरिक कक्षा प्रशिक्षण को ऑनलाइन शिक्षण के साथ जोड़ता है, जिससे कर्मचारियों को दोनों का लाभ मिलता है।
कब और कैस होगा रजिस्ट्रेशन?
आईगोट पर पंजीयन का अभियान 15 सितंबर से 19 सितंबर तक चलेगा। इसमें सभी विभागों को अपने कर्मचारियों का पंजीयन कराना होगा।