विश्व कप भारत की मेजबानी में नई दिल्ली और बेंगलुरु खेला जाएगा। पहले काठमांडू को भी तीसरे मेजबान शहर के रूप में चुना गया था और यहां पाकिस्तान के मैच होने थे, लेकिन नेपाल की मौजूदा स्थिति को देखते हुए आयोजक अब वैकल्पिक स्थल पर विचार कर रहे हैं। इस आयोजन की जिम्मेदारी समर्थनम ट्रस्ट फॉर द डिसेबल्ड्स की क्रिकेट शाखा, क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन इंडिया (CABI) ने ली है। संस्था का यह प्रयास दिव्यांग खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं को समान अवसर और मंच उपलब्ध कराने में भारत की अगुवाई को दर्शाता है।
सीएबीआई के अध्यक्ष महंतेश जी. किवादासन्नावर ने कहा कि यह विश्व कप सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि साहस, कौशल और समावेशिता का उत्सव है। उन्होंने कहा कि भारत में इस आयोजन की मेजबानी गर्व की बात है और उन्हें विश्वास है कि भारतीय खिलाड़ी लाखों लोगों को प्रेरित करेंगी और देश को गौरवान्वित करेंगी। गौरतलब है कि भारतीय दृष्टिबाधित महिला टीम ने 2023 में आईबीएसए विश्व खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था, जब फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। इस बार भी टीम से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है।
घोषित टीम में बी1 श्रेणी से सिमु दास (दिल्ली), पी. करुणा कुमारी (आंध्र प्रदेश), अनु कुमारी (बिहार), जमुना रानी टुडू (ओडिशा) और काव्या वी (कर्नाटक) शामिल हैं। बी2 श्रेणी से अनेखा देवी (दिल्ली), बसंती हंसदा (ओडिशा), सिमरनजीत कौर (राजस्थान), सुनीता सराठे (मध्य प्रदेश) और पार्वती मरांडी (ओडिशा) चुनी गई हैं। वहीं बी3 श्रेणी से दीपिका टी. सी. (कर्नाटक -कप्तान), फूला सोरेन (ओडिशा), गंगा एस. कदम (महाराष्ट्र – उप कप्तान), काव्या एन. आर. (कर्नाटक), सुषमा पटेल (मध्य प्रदेश) और दुर्गा येवले (मध्य प्रदेश) टीम का हिस्सा हैं। यह विश्व कप भारत के लिए दृष्टिबाधित खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं के लिए समान अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा और देश की उम्मीदें इस टीम से जुड़ी हैं। - (Press release)
