Tuesday, July 8, 2025

जानिये भारतीय वायुसेना में जानें के 7 रास्ते


भारतीय वायुसेना में शामिल होने के कई रास्ते हैं। इसमें NDA, CDS, AFCAT और NCC स्पेशल एंट्री, जिनमें फ्लाइंग, टेक्निकल और लॉजिस्टिक्स जैसे पद शामिल हैं। हालांकि, इसमें केवल अविवाहित उम्मीदवार ही आवेदन कर सकते हैं। जानिये वायुसेना में अफसर बनने के प्रमुख अवसर के बारे में।


 1- नेशनल डिफेंस अकादमी(NDA)- खड़कवासला (महाराष्ट्र) स्थित NDA एक त्रि-सेवा प्रशिक्षण संस्थान है।            यहां 3 साल की ट्रेनिंग के बाद वायुसना के लिए एयरफोर्स अकादमी में 1 साल का प्रशिक्षण होता है।

  • योग्यता: 10+2 (फिजिक्स, मैथ्स)
  • आयु: 16.5 से 19.5 वर्ष
  • प्रक्रिया: UPSC व SSB परीक्षा के माध्यम से।


2- कंबाइंड डिफेंस सर्विस (CDS)- यह ग्रेजुएट या अंतिम वर्ष वालों के लिए सबसे प्रतिष्ठित प्रवेश मार्गो में से एक       है। चयनित अभ्यर्थियों को हैदराबाद स्थित एयर फोर्स अकादमी (AFA) में प्रशिक्षण दिया जाता है। 

  • योग्यता: ग्रेजुएट या अंतिम वर्ष (फिजिक्स, मैथ्स)
  • आयु: 20 से 24 वर्ष
  • प्रक्रिया: UPSC व SSB परीक्षा के माध्यम से।
  • आयोजन: साल में 2 बार इसके लिये परीक्षा आयोजित होती है।


3- एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (AFCAT)- वायुसेना द्वारा साल में 2 बार आयोजित यह परीक्षा क्लास-I         गजेटेड ऑफिसर बनने के लिए है। इसमें फ्लांइंग ब्रांच और ग्राउंड ड्यूटी (टेक्निकल, नॉन-टेक्निकल) जैसी              शाखाएं हैं। 

  • फ्लाइंग ब्रांच: 10+2 (फिजिक्स, मैथ्स), ग्रेजुएट
  • आयु: 20 से 24 वर्ष
  • टेक्निकल ब्रांच: बीटेक, इंजीनियरिंग नॉलेज टेस्ट  
  • आयु: 20 से 26 वर्ष
  • चयन प्रक्रिया: AFCAT लिखित परीक्षा और उसके बाद एयर फ़ोर्स सिलेक्शन बोर्ड (AFSB) द्वारा इंटरव्यू राउंड। 
  • आयोजन: साल में 2 बार इसके लिये परीक्षा आयोजित होती है।


4- नेशनल कैडेट कॉर्प स्पेशल एंट्री- अगर आपके पास एनसीसी एयर विंग का 'C' सर्टिफिकेट (सीनियर                   डिवीजन) है, तो आप बिना AFCAT के सीधे AFSB इंटरव्यू के लिए बुलाए जा सकते हैं। 

  • शैक्षणिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में न्यूनतम 50% अंकों के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री। 
  • NCC प्रमाण पत्र: NCC 'C' सर्टिफिकेट न्यूनतम 'B' ग्रेड के साथ होना चाहिए। 
  • आयु:19 से 25 वर्ष 


5- JEE मेन एंट्री(तकनीकी अधिकारी)- JEE (मेन्स) के अंक का उपयोग भारतीय सेना की टेक्निकल एंट्री              स्कीम  (TES) (10+2 टेक्निकल एंट्री स्कीम) के माध्यम से ऑफिसर बनने के लिए किया जाता है, जहाँ आपको      एक चार साल के इंजीनियरिंग कोर्स और ट्रेनिंग के बाद लेफ्टिनेंट के पद पर स्थायी कमीशन मिलता है।                  जेईई(मेन) स्कोर के आधार पर भी उम्मीदवार टेक्निकल एंट्री स्कीम के तहत पात्र होते हैं। चयन के बाद                  हैदराबाद  की एयर फोर्स अकादमी में एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में ट्रेनिंग होगी।  

  • योग्यता: इंजीनियरिंग डिग्री
  • आयु: 16.5 से 19.5 वर्ष
  • प्रक्रिया: JEE मेन स्कोर के आधार पर आपका शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और फिर आपको एसएसबी इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। 


6- शॉर्ट सर्विस कमीशन(SCC)- यह विकल्प उन युवाओं के लिए है जो सीमित अवधि के लिए वायुसेना में सेवा          देना चाहते हैं। इसमें फ्लांइग और ग्राउंड ड्यूटी (टेक्निकल / नॉन-टेक्निकल) दो शाखाएं हैं। एसएससी के                 माध्यम  से चयनित अधिकारियों को नियमित अधिकारियों की तरह ही प्रशिक्षण दिया जाता है। 

  • फ्लाइंग: 14 वर्ष(विस्तार नहीं)
  • ग्राउंड ड्यूटी: 10 वर्ष+4 वर्ष विस्तार
  • आयु: 20 से 26 वर्ष
  • स्नातक डिग्री: अधिकांश SSC पदों के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री आवश्यक है। 
  • इंजीनियरिंग डिग्री: 'एसएससी टेक' जैसी तकनीकी प्रविष्टियों के लिए, आपको एक मान्यता प्राप्त संस्थान से इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री (BE/B.Tech) प्राप्त करनी होगी। 
  • अंतिम वर्ष के छात्र: जो छात्र अपनी स्नातक की पढ़ाई के अंतिम वर्ष या अंतिम सेमेस्टर में हैं, वे भी आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते वे SSB इंटरव्यू या मेडिकल परीक्षा के समय तक अपनी डिग्री पास करने का प्रमाण प्रस्तुत कर दें। 
  • विशिष्ट शाखाओं के लिए: नेवी जैसी कुछ शाखाओं में, विशिष्ट इंजीनियरिंग या तकनीकी डिग्री जैसे मैकेनिकल, एयरोनॉटिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, या इलेक्ट्रिकल में न्यूनतम 60% अंक होना आवश्यक है।


7- अग्निपथ योजना (अग्निवीर वायु)- इसके तहत चयनित युवाओं को 4 वर्षो तक सेवा का अवसर मिलता है। इन्हें 'अग्निवीर' कहते हैं। इसमें 12वीं, इंजीनियरिंग डिप्लोमा और 2-वर्षीय वोकेशनल कोर्स वाले पात्र हैं। 

  • आयु: 17.5 से 21 वर्ष
  • योग्यता: अविवाहित पुरुष और महिला उम्मीदवार इस भर्ती के लिए पात्र होते हैं। 

भारतीय वायुसेना में भर्ती होने के लिये ट्रेनिंग और चयन प्रक्रिया

वायुसेना में वही उम्मीदवार चयनित होते हैं जो शरीरिक, मानसिक और चिकित्सकीय रूप से फिट हो। 

  • फिजिकल टेस्ट में 4 किमी दौड़ (15 मिनट में), 20 पुशअप्स, 8 चिनअप्स, 25 सिटअप्स, स्किपिंग, 3-4 मीटर रोप क्लाइम्बिंग और 25 मीटर तैराकी शामिल हैं। फ्लाइंग/टेक्निकल की ट्रेनिंग 74 सप्ताह और नॉन-टेक्निकल की 52 सप्ताह और नॉन-टेक्निकल की 52 सप्ताह की होती है। 
  • SSB इंटरव्यू प्रक्रिया 5 दिन की होती है। इसमें स्क्रीनिंग एंड PIQ फॉर्म, मनोवैज्ञानिक परीक्षण, GTO टास्क (ग्रुप डिस्कशन, लेक्चरेट आदि), पर्सनल इंटरव्यू और कॉन्फ्रेंस डे होता है। 
  • पायलट बनने वाले उम्मीदवारों के लिए अंत में 'पायलट एप्टीट्यूट बैटरी टेस्ट' (PABT) देना होता है। इस परीक्षा को जीवन में केवल एक बार ही दिया जा सकता है। 

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