Jun 23, 2025
भोपाल- प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति ने इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों की फीस तय कर दी है। फीस में 20% तक की बढ़ोतरी हुई है। इससे इंजीनियरिंग की अधिकतम फीस 1 लाख 44 हजार और एमबीए की अधिकतम फीस 1 लाख 90 हजार रूपए सालाना हो गई है। जबकि फीस कमेटी ने बीई और एमबीए की न्यूनतम सालाना फीस 40 हजार रूपए तय की है। वहीं एमटेक की सालाना फीस 62 हजार रूपए तय की गई है। जबकि अधिकतम 71 हजार रूपए निर्धारित हुई है।
प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति ने राज्य के 260 कॉलेजों की तीन सत्र 2025-26, 2026-27 और 2027-28 की फीस तय कर दी है। तकनीकी शिक्षा विभाग की काउंसलिंग के अगले चरण में बीई और एमबीए की अलाटमेंट कर पाता उसके पहले कमेटी ने तकनीकी विभाग के सभी कॉलेजों की फीस निर्धारित कर दी है। फीस बढ़ाने के लिए कॉलेजों ने बीटेक के लिए दो और एमबीए के लिए ढ़ाई लाख तक की फीस निर्धारित करने के प्रस्ताव भेजे थे। कमेटी ने कॉलेजो के प्रस्ताव पर कैंची चलाते हुए नया फी स्ट्रक्चर जारी किया है। हालांकि कमेटी ने कॉलेजों की फीस में 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है। इससे बीई की अधिकतम फीस 1 लाख 44 हजार रूपए और न्यूनतम फीस 40 हजार रूपए हो गई है। एमबीए की अधिकतम फीस 1 लाख 90 हजार और न्यूनतम 40 हजार रूपए, एमसीए की अधिकतम फीस 73 हजार रूपए और न्यूनतम 40 हजार रूपए, एमटेक की अधिकतम 71 हजार रूपए और न्यूनतम 60 हजार रूपए, बीफार्मा की अधिकतम फीस 1 लाख रूपए और न्यूनतम चालीस हजार और एमफार्मा की अधिकतम 1 लाख 40 हजार और न्यूनतम 62 हजार सालाना है। डीफार्मा की अधिकतम फीस 77 हजार और न्यूनतम फीस 30 हजार सालाना निर्धारित की गई है।
कमेटी ने 260 कॉलेजों की फीस निर्धारित की है। इससे पहले 280 कॉलेजों की फीस तय की थी। इंजीनियरिंग के बीस, एमबीए के 43, एमसीए के 13, एमटेक के 23 और बीफार्मा, डीफार्मा और एमफार्मा के 160 कॉलेजों के प्रस्ताव पर सुनवाई कर कमेटी ने फीस का निर्धारण किया है।