सिलाई एक पारंपरिक कला होने के साथ आज के समय में एक पेशेवर स्किल भी बन चुकी है। सिलाई से जुड़े प्रमुख कोर्सेस में टेलरिंग, फैशन डिजाइनिंग, बुटीक मैनेजमेंट और एम्ब्रॉयडरी डिजाइनिंग शामिल हैं।
ये कोर्सेस आइटीआइ, पॉलिटेक्निक संस्थान और फैशन डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट्स में उपलब्ध होते हैं। आवश्यक स्किल्स में मशीन सिलाई का ज्ञान, पैटर्न कटिंग, माप लेना, फैब्रिक की समझ और डिजाइनिंग सेंस शामिल हैं। कोर्स की अवधि तीन महीने से एक वर्ष तक हो सकती है।
आप किसी प्रतिष्ठित टेलरिंग गाइड की मदद भी ले सकती हैं। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद बुटीक, गारमेंट इंडस्ट्री, फैशन हाउस या स्वयं का कारोबार शुरू किया जा सकता है। सिलाई स्किल सीखकर न केवल रोजगार के अवसर बढ़ते हैं बल्कि रचनात्मकता और आत्मनिर्भरता भी विकसित होती है।
