नई दिल्ली- भारत में आजकल एक नई चुनौती तेजी से बढ़ रही है। एक साथ मधुमेह (टाइप 2) और लिवर से जुड़ी एक गंभीर बीमारी, जिसे अब 'मेटाबॉलिक असोसिएटेड स्टियाटोटिक लिवर डिजीज' (MASLD) कहा जाता है। इस दोहरी बीमारी की बढ़ती समस्या को देखते हुए देश के जाने-माने डॉक्टरों ने भारतीयों के लिए खास नई गाइडलाइन जारी की है। ये गाइडलाइन प्रतिष्ठित मेडिकल पत्रिका 'डायबिटीज एंड मेटाबॉलिक सिंड्राम: क्लीनिकल रिसर्च एंड रिव्यूज' में छपी है।
फोर्टिस सीडीओसी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के अध्यक्ष डॉ. अनूप मिश्र इस रिपोर्ट के मुख्य लेखक हैं। उन्होंने भारतीयों के शरीर में चर्बी जमा होने का तरीका थोड़ा अलग है। हमारे लिवर में चुपचाप अधिक चर्बी जमा हो जाती है, जिससे मधुमेह और लिवर दोनों की बीमारी बढ़ती है। इस गाइडलाइन को तैयार करने में एम्स दिल्ली, सर गंगाराम अस्पताल और मेंदांता अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी सहयोग किया है। नई गाइडलाइन डॉक्टरों को अब भारतीय मरीजों की खास जरूरतों के अनुसार इलाज करने में मदद करेगी। भारत में अलग-अलग इलाकों में लिवर की इस बीमारी का फैलाव 27 फसदी से 88 फीसदी तक पाया गया है। हफ्ते में कम से कम 150 मिनट का हल्का-तेज चलना या 75 मिनट का तेज व्यायाम करना चाहिए। शराब को पूरी तरह छोड़ देना चाहिए। अगर लिवर की बीमारी बढ़ रही हो या मधुमेह नियंत्रण में न आ रहा हो, तो विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
लिवर की बीमारी न केवल लिवर को खराब करती है, बल्कि दिल के रोग का भी बड़ा कारण बनती है और दिल की बीमारी भारत में मौत का सबसे बड़ा कारण है।
डॉक्टरों ने बताया है कि खाने में 50 से 60 फीसदी जटिल कार्बोहाइड्रेट (जैसे साबुत अनाज ), 20 से 30 फीसदी वसा (अच्छी किस्म की) और 15 से 20 फीसदी प्रोटीन होना चाहिए।
इन से बचें - घी, मक्खन, नारियल, ताड़ का तेल से बचना चाहिए। इसके अलावा बार-बार गर्म किए हुए तेल, बहुत अधिक मीठा, मैदा, बिस्किट, नमकीन जैसी प्रोसेस्ड चीजें और रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट से दूरी रखें।
क्या खाना फायदेमंद- सब्जियां, दालें, मेवे, बीज, मछली, और खाने वाली समुद्री चीजें खासकर वे जिनमें ओमेगा-3 वसा अधिक होता है, जैसे सालमन मछली। दिन में तीन या उससे ज्यादा कप बिना चीनी वाला सामान्य कॉफी पीना भी फायदेमेंद बताया गया है, क्योंकि इससे लिवर पर सूजन कम होती है।
1- मधुमेह है, तो नियमित लिवर की जांच कराएं।
2- वजन कम करना जरूरी है। वजन घटाने से लिवर ठीक होता है, और मधुमेह काबू में रहता है।
3- शरीर की लंबाई के मुकाबले पेट का घेरा कितना है, इसका ध्यान रखना चाहिए।
4- लिवर की जांच के लिए बिना चीरफाड़ वाले टेस्ट जैसे 'FIB-4 Score' और ' Liver test' कराई जा सकती है।